Pre-Planned Murder of Nirankari Satguru Baba Hardev Singh ji

      
 

सतगुरु बाबा हरदेव सिंह के प्यारे भक्तो !

बहुत तनाव और दबाव था मुझ पर। साध संगत को धोखा देने वाले अधिकारी, गुरु की अवहेलना करके संगत से सचाई छुपाने वाले लोग मुझे समझाने में लगे थे की अगर मैंने सत्य और इतिहास उजागर किया तो साध संगत गुमराह हो जायेगी।
वाह ! मिशन के कर्णधारो ! तुम्हारे झूठ और फरेब तो साध संगत के लिए वरदान और मेरा लिखा इतिहास और काला सत्य साध संगत को गुमराह करेगा।
शर्म करो मिशन के महारथियो ! तुम क्या सतगुरु को समझे और क्या साध संगत को।
साध संगत कभी गुमराह नहीं होगी। सतगुरु के बाद साध संगत का ही रुतबा होता है । अब जब सतगुरु तुम्हारी अव्हेलनाओं के कारण लोप हो गया है तो अब साध संगत ही एक सहारा है। इस साध संगत के साथ धोखा नहीं होने दूंगा ये मेरी अटल प्रतिज्ञा है। बावजूद इसके कि मैं अकेला हूँ बिलकुल अकेला। तो क्या फ़र्क़ पड़ता है ? मेरे सतगुरु स्वामी का एक अकेला अदना सा बन्दर हनुमान बन कर समूची लंका को जला कर खाक कर देता है। क्या फरक पड़ता है कि तुम लोगों के पास बड़े बड़े महारथी हैं ? क्यूंकि मेरा स्वामी एक अकेले अर्जुन से सारे महाभारत का नतीजा लिख देता है।
इस बार वायदा करता हूँ कि
महाभारत तो होगा मगर महारथी इकट्ठे नहीं हो पाएंगे।
एक एक महारथी को साध संगत के सामने लाकर खड़ा करूंगा। मेरे जीवन में अब इसके अलावा कोई काम रह भी नहीं गया।
भीष्म पितामह! पहले आपका ही नंबर है। इस बार हे तपस्वी भीम !  जालिम लुटेरे और धोखेबाज़ महारथियों के साथ तुम्हें न मिलने दूंगा। तुम पर कृष्ण के दीवाने और मतवाले भक्तों का क़र्ज़ है उसे उतारे बगैर आपको इस लोक से प्रस्थान न करने दूंगा।
तो आओ भीष्म पितामह ! साध संगत के सामने उजागर जो तुम्हारे  सीने में दबा सत्य है।
जय गुरु हरदेव
आपका एक दीवाना गुरसिख इतिहासकार
अनुराग तन्हा 09818527307
यहां हाजिर है मिशन के प्रधान बुजुर्ग और तपस्वी परमपूज्य जे आर डी सत्यार्थी  ( शास्त्री जी ) के ह्रदय की मर्मान्तक पीड़ा।
इसे सुनें और अगले महारथी का इन्तेजार करें
 

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साध संगत आप ये कुछ और औडियो भी सुन लें और फैसला करें कि सच क्या है |  

अवनीत की माँ का अपने बेटे और अपने सतगुरु की दर्दनाक हत्या का दर्द . . .

 

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 खेम राज चड्ढा की सत्यार्थी जी के  साथ हमदर्दी

 
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खेम राज चड्ढा का बुलावा या टुकडा डालने का प्रयास

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सत्यार्थी जी की पीड़ा |  रहस्य की बातें उजागर क्यों की गई |


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 भाइया गोबिन्द सिंह का साध संगत के सवालों का प्यार भरा जवाब

मिशन के महारथियों।
मेरे आज तक के किसी सवाल का जवाब आप नहीं दे सके।
मेरे पास सबूत हैं की आप में से अनेकों ने ये बात तस्लीम की कि मैं जो कुछ लिख रहा हूँ उसमें सचाई है। तो उन सचाइयों को साध संगत के सामने लाने से आपको डर क्यों लगता है।
2 या 3 पातशाही की सेवा करने वाले मिशन के धुरंधरों ! जब आपके झूठ फरेब गुरु के साथ साध संगत के किये गये छल कपट उजागर होते हैं तो आप अपनी भक्ति का रोना रोते हैं की आपकी भक्ति को दाग लग जायेगा।
क्या इसी छल कपट और धोखे से भरी भक्ति को लेकर परलोक जाओगे।
मेरे सवालों का जवाब तुम नहीं दे सकोगे। इतनी मर्दानगी तुम में नहीं। ये मर्दानगी गुरु के मर जीवड़ों में पायी जाती है चर जीवड़ों में नहीं।
तुम एक मर्दानगी दिखा सकते हो की मेरी हत्या करवा के मेरी जुबान बंद कर दो। और ऐसा किया तो तुम्हारा सर्वनाश निश्चित है। क्योंकि मेरा सीना चाक करने वालो जान लो की मेरे छाती से निकले खून के फुहारों की बूँदें सतगुरु के भक्तो की उपजाऊ जमीन पर गिरेंगी और उन बूंदों से पैदा हुए लाखों अनुराग तन्हा का तुम सामना नहीं कर पाओगे।
आज मेरे सीधे सवाल।
z plus सिक्यूरिटी किसने तोडी।
ब्रिगेडियर चीमा, सनी खिंडा या पंकज अहलवात।
home ministry को बाबाजी के न्यू यॉर्क रवाना होने की खबर क्यों नहीं दी गयी ?
कांसुलेट जनरल न्यू यॉर्क को क्यों नहीं पता था की वहां निरंकारी बाबाजी का आगमन हुआ था।
जिस अस्पताल में पूज्य माताजी का इलाज चल रहा था वहां बाबाजी का क्या नाम लिखाया गया था। क्या हरदेव सिंह क्रैशर पार्टनर।
बाबाजी के न्यू यॉर्क में होने की खबर वहां की साध संगत और सेवादल से कौन सी साजिश के तहत छिपाई गयी। और इस कुकर्म में कौन कौन शामिल था ? क्या अरनेजा कनाडा का वाईस प्रेजिडेंट भी ?
न्यू जेर्सी से जब बाबाजी रवाना हुए तो जिस हमारे सतगुरु के साथ 20/25 गाड़ियां साथ दौड़ती थीं वहाँ बाबाजी सिर्फ एक गाडी में अपने क़ातिलों के साथ यात्रा कर रहे थे और मोंट्रियल के बॉर्डर पर उनका परिचय हरदेव सिंह क्रैशर पार्टनर ही दिया गया या कुछ और ।
एयर बैग्स फटे हुए थे। एक्सीडेंट होने पर कैडेलक कार के दरवाजे इंटेरलोक हो जाते हैं। तो सीट बेल्ट कैसे खुली सीट कैसे उलटी और ये दोनों शरीर हवा में उड़कर कैसे सड़क पे जा गिरे। और 2 हत्यारे शरीरों को खरोंच तक न आई।
कॉफी हाउस में बाबाजी और अवनीत को क्या मिला कर पिलाया गया। और किन हथियारों से उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गयी।
ये हत्या सतगुरु के पद और निरंकारी मिशन फाउंडेशन और मंडल की संपत्ति हथियाने के लिए की गयी तो इसमें अंदर बाहर के कौन लोग शामिल थे जो आज भी इस मिशन की छाती पे बैठकर साध संगत का खून चूस रहे हैं।
इसके बाद जब मृतक शरीर अस्पताल पहुंचे तो वहां जो नियमित ब्लड टैस्ट इत्यादि हुए क्या मिशन के प्रधान भीष्म पितामह ने उन्हें हासिल करके उनकी जाँच करवाई।
किसने वहां बाबाजी और अवनीत का पोस्टमॉर्टेम रुकवाया। इन्वेस्टीगेशन रुकवाई। insurance क्लेम लेने से इंकार किया और सारे प्रकरण पर पर्दा डाल दिया।
क्या सतगुरु एक परिवार की संपत्ति होता है। ये लाखों करोड़ों गुरु के भक्त गुरु के चाहने वाले गुरु का परिवार नहीं होते।
मिशन का प्रधान होने के नाते ऐ भीष्म पितामह ! आपने अपने नैसर्गिक कर्तव्यों का समुचित निर्वाह किया।
और साजिश अपना काम कर गयी। गुरु का मिशन फिर लुटेरे भेड़ियों के खुनी पंजों में आ गया।
और ऐ भीष्म पितामह ! आपको अभी भी लग रहा है की आपकी भक्ति पै दाग न लग जाये। सत्य बोलने और करने का साहस आज भी नहीं।
सत्य का दामन थामिये तो आपकी मुक्ति का मार्ग अब भी खुल सकता है।
वर्ना....
काँटों की शैय्या पर जीवन का सुख बटोरते रहिये।
आपका एक पागल गुरसिख बालक
अनुराग तन्हा 09818527307
निरंकारी बाबा हरदेव सिंह धाम
निरंकारी पश्चात्ताप मिशन
ढिकुली रामनगर उत्तराखण्ड




 साध संगत।
जरूरी हैं कुछ स्पष्टीकरण।
सनी खिंडा ही हत्यारा है बाबाजी का। मगर इस साजिश में और कौन शामिल हैं अंदर या बाहर के लोग ,वो सब इन्वेस्टीगेशन के बाद सामने आता । मगर सनी खिंडा को गिरफ्त में आने नहीं दिया गया।
विवेक शर्मा को डिक्की में बंद कर दिया गया। और क़ातिलों ने ये दर्दनाक हत्याएं कर डालीं।
सबसे ज्यादा महत्त्व की बात ये है कि एक्सीडेंट में भी सनी खिंडा को डबल किलिंग में 10 साल की कैद होनी लाज़िमी थी।
क्या कारण था की इन्वेस्टीगेशन रुकवा दी गयी।

 इस साजिश में बाबाजी की z प्लस सिक्यूरिटी तोड़नी जरूरी थी। वो दिल्ली में ही तोड़ दी गयी। जिम्मेवार था सनी खिंडा का चमचा पंकज अहलावत और बाबाजी का सिक्यूरिटी इंचार्ज ब्रिगेडियर चीमा।
दूसरी बात जरूरी थी की बाबा जी का परिचय छिपाना। उसे बखूबी अंजाम दिया सनी खिंडा ने।
तीसरी बात बाबाजी को अकेला कर के हत्यारों के उस प्रदेश में ले जाना जहाँ पार्लियामेंट में 2 मिनिस्टर खालिस्तान और भिंडरावाला के समर्थक और 5 ऐसे ही उग्रवादी सिख पार्लियामेंट के मेंबर्स।
चौथी बात मोंट्रियल का सीधा रास्ता छोड़कर 80 मील लंबा दूसरा रास्ता पकड़ना। क्यों ?
बाबाजी वहां नितांत अकेले और असहाय क़ातिलों और ज़ालिमों के बीच फँस गए।
कौन जिम्मेवार था इन हालातों का ? क्या साध संगत को ये सब जानने का अधिकार नहीं।
या सिर्फ परिवार को हक़ है कि वो जिस तरह चाहे इस इन्वेस्टीगेशन और जिम्मेवारियों पर पर्दा डाल दे।


पिछली बार एक गलती हुई। एक्सीडेंट की थेओरी पेश करने वालों ने एक बड़ी ग़लतफ़हमी पैदा कर दी। वो ये की गाडी की रफ़्तार बहुत ज्यादा थी और वो 200 या 400 मीटर तक पलटियां  खा गयी थी। जाहिर है ये स्थापित करने की कोशिश थी कि उन हालात में पिछला दरवाजा खुला और बाबाजी व अवनीत के शरीर बाहर उछल कर गिरे या उड़ कर गिरे। दोनों शरीरों की गर्दनों के मनके टूटे हुए थे।
सच यह नहीं। आप हैरान होंगे प्रत्यक्षदर्शियों ने जांच कर के बताया कि 4 से 6 मीटर के अंदर ये गाडी के उल्टाने का ड्रामा खेला गया। 6 लेन चौड़ी सड़क पर गाडी ने राईट टर्न लिया । 2 इंच ऊँचे फूटपाथ पर टायरों की रगड़ के निशान मिले और फिर वहां से एकदम बाईं तरफ पूरा स्टीयरिंग मोड़ा गया और गाड़ी डिवाइडिंग की जगह पर पलट गयी। ये स्टंट मास्टर का खेल था सब कुछ सुनियोजित। इस 4/6 मीटर की उल्टा पलटी में एक सवाल रह गया की एयर बैग्स क्यों नहीं खुले और एक स्पेसियस गाडी में से शारीर बाहर कैसे जम्प कर गए। जबकि 2 सवारियों को खरोंच तक न आई। जाहिर है कैडेलक कंपनी का ये दावा की गाडी अगर 6 मंजिल से लुढ़का दी जाये तो भी उसमें बैठी सवारियां सुरक्षित होंगी इसे नाकारा नहीं जा सकता।
मेरे एक दोस्त कनाडा में हैं। उनके पास भी कैडेलक गाडी है। कहते हैं में 4 लोगों को बैठा कर यही स्टंट करके दिखाता हूँ। और गारंटी लेता हूँ की किसी को खरोंच भी न आएगी।
क्या मिशन के कर्णधारों को इस घटना का रिकंस्ट्रक्शन करवा के नहीं देखना चाहिए था की हमारे सदा स्मरणीय बाबाजी के साथ क्या गुजर होगा।
इन्होंने सब इन्वेस्टीगेशन पर पर्दा डाल दिया। साध संगत को बहकाना कौन मुश्किल काम है। धीरे धीरे सब भूल जायेंगे और ...
मंडल के बीच में बैठे साजिशकर्ता अपने रुतबे और पदों पर बैठे भृष्टाचार और लूट का खेल जारी रखेंगे।
हैरानी है हमारे प्यारे सतगुरु के साथ जिसने 36 बरस हमें अपना सारा लाड प्यार लुटा दिया उसके साथ इस दर्दनाक क़त्ल के बावजूद एक चिड़िया तक न चीखी। और हम कहते हैं की गुरु तो निरंकार होता है। और संसार आधार होता है। वाह हमारी गुरु भक्ति।
प्यार से बोलो बल्कि ज्यादा प्यार से बोलो धन निरंकार
पहले धन बाद में निरंकार
😰😰😭😭
आपका एक पागल गुरसिख
अनुराग तन्हा 09818527307
.......आगे अभी और 


मेरे सतगुरु के प्यारे भक्तो।
युगों युगों से गुरु पीर पैग़म्बर जो धरती पर आये, भक्तों ने उनके एक एक वचन को सहेजा, कलमबद्ध किया और दुनिया के सामने उजागर किया।
हमारा सतगुरु बाबा हरदेव सिंह भी अद्भुत और निराला पैग़म्बर था। उसके साथ इस मिशन के कर्णधारों और जालिम महारथियों ने क्या सलूक किया।
मैं आज साध संगत की तरफ से सीधा सवाल करता हूँ।
ऐ मिशन के कर्णधारो ,
पूज्य सतगुरु बाबाजी के हादसे के बाद बाबाजी का पर्सनेल ब्रीफकेस कहाँ गया। कहाँ गया बाबाजी का पर्सनेल मोबाइल और मोबाइल की कॉल डिटेल्स। कहाँ गया बाबाजी का पर्सनेल लैपटॉप। कहाँ हैं बाबाजी के पिछले 1 या 2 साल के पर्सनेल emails। 
ठीक इसी तरह इस हत्या का दूसरा शिकार अवनीत। कहाँ है उसका पर्सनेल मोबाइल और कहाँ है उसका पर्सनेल लैपटॉप।
ये सब अगर उजागर हो गए तो कहीं बहुत से रहस्यों का पर्दाफाश न हो जाए, क्या मिशन के कर्णधारों को इसका डर सता रहा है।

 
इन्वेस्टीगेशन न सिर्फ रोकी गयी बल्कि नार्मल तफ्तीश का भी बेशर्मी से गला घोंट दिया गया।
साधारण आदमी भी इन सूचनाओं के बारे में सचेत रहता है। ये मिशन के कर्णधार इतनी महत्वपूर्ण सूचनाओं को भी दबा रहे हैं। और जब मैं ये सवाल उठाता हूँ तो मुझे मिशन का दुश्मन कहते है मुझ पर कीचड उछालते हैं मुझे जान से मारने की धमकियाँ भी देते हैं।

 
खेमराज चड्ढा मिशन का भयानक महारथी जो अब मेरे निशाने पर है कहता है आओ आके बैठो बात करते हैं।
क्या बात करोगे मुझसे। टुकड़ा डालोगे। मैं अपने सतगुरु का कुत्ता हूँ। क्या मैं तुम्हारा टुकड़ा खा लूँगा। या भौंकता रहूंगा अपनी साध संगत को चौकन्ना रखने के लिए। और जरूरत पड़ी तो तुम्हें फाड़ के रख दूंगा।
मुझे हैंडल करने की बेकार कोशिश मत करो।

 
इन्वेस्टीगेशन कराओ और साध संगत के सामने सच उजागर करो।
अपने सतगुरु का अच्छी नस्ल का कुत्ता अपनी साध संगत का पहरेदार
अनुराग तन्हा 09818527307



 मिशन के कर्णधारों का देर से चलाया गया खोखला तीर।
सत्यार्थी जी से दबाव में बुलवाया गया झूठ। इस बयान की सचाई खुद अपनी चालाकियां उजागर कर रही है। वाह महारथियों।
आप समझते हैं की साध संगत आपके बहकावे में आ जायेगी।
अनुराग तन्हा 09818527307
Satyarthi Ji Clears Air, Affirms His Faith in Satguru and Devotion to Mission
Of late certain messages with misgivings have been circulated in social media regarding certain version of Rev JRD Satyarthi Ji, President Sant Nirankari Mandal. However Rev. Satyarthi Ji has clarified his position and given a written version which is as follows:—
"With divine blessings of Her Holiness Satguru Mata Savinder Hardev Ji Maharaj, I am devoted to the service of this Mission with similar zeal as was there during the period of Baba Hardev Singh Ji Maharaj. Though Baba Hardev Singh Ji Maharaj left his mortal body in a car accident, but still the Nirankari Mission is soaring high with the blessings of Satguru Mata Savinder Hardev Ji Maharaj.

Though on account of my ill-health my voice has started shaking, even then it is my prayer to the Sadh Sangat that whatever part of my life has remained, I may continue to serve Satguru Mataji and the Mission. There have been some baseless misgivings imputed to me, but my faith in Satguru Mataji is complete and steadfast and for that I seek blessings of Sadh Sangat."
Rev Satyarthi JI reiterated his stand in the morning congregation today (July 07, 2017) at the Satsang Bhawan in Sant Nirankari Colony, Delhi as presided over by him. In his brief discourse, he said as follows:

"Shahenshah Baba Avtar Singh Ji passed on all his divine powers to Baba Gurbachan Singh Ji and the latter nominated Baba Hardev Singh Ji Maharaj. Today Satguru Mata Savinder Hardev Ji Maharaj is the custodian of all those powers. No doubt we are unable to forget the blessings we received from Baba Hardev Singh Ji, but the truth is that today we look for the same from Her Holiness Satguru Mata Ji."

Rev Satyarthi Ji sought blessings from Sadh Sangat so that he could devote each and every moment of the rest of his life to the service of the Mission and Satguru Mata Ji as in the past. He said that today when his health is deteriorating and even the voice is shaking, his only desire is to serve Her Holiness Mata Ji with the same faith and dedication as he did during the days of Shahenshah Ji, Baba Gurbachan Singh Ji and Baba Hardev Singh Ji Maharaj.

Rev Satyarthi Ji said:
“I believe that Baba Hardev Singh Ji Maharaj's mortal life ended in an accident. It is correct that it was as per the Will of God and he, after completing his journey, merged into his eternal Self. It is my desire that I should be able to enjoy happy moments by reposing more faith and reverence in the present Satguru. I have firm faith in saying that today the mother is the Satguru and the words expressed by the Satguru give life-breath."

Rev Satyarthi Ji further said:
"Today there is only one desire and one wish and that is that the faith and reverence which I have in the present Satguru, may continue with your blessings and it may never diminish".
- Sant Nirankari Mandal


वाह मिशन के महारथियों का सत्यार्थी जी के सच के साथ खिलवाड़ से भरा भद्दा मजाक और साध संगत के सामने पेश किया गया झूठ का पुलंदा।
इन्हें खुद को सत्य सम्राट
सतगुरु बाबा हरदेव सिंह का नुमायंदा कहते हुए अब  तो साध संगत को भी लाज आने लगी है।
देखिये सत्यार्थी जी से कहलवाया गया बयान ---
संत निरंकारी मंडल जे आर डी जी के दृष्टिकोण के बारे में सोशल मीडिया पर गलत विचारों के साथ कुछ सन्देश प्रसारित किये गए हैं। हालांकि पूज्य सत्यार्थी जी ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है और एक लिखित बयान दिया है जो निम्न प्रकार है ---
मैं इस मिशन की सेवा को उसी उत्साह के साथ समर्पित हूँ जैसा कि बाबा हरदेव सिंह के वक़्त हुआ था। हालांकि बाबा हरदेव सिंह जी महाराज   एक कार दुर्घटना   में नश्वर शरीर छोड़ चुके थे लेकिन फिर भी निरंकारी मिशन    सतगुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज जी    के आशीर्वादों से ऊंची उड़ान भर रहा है।
हालाँकि अस्वस्थ होने के कारण मेरी आवाज कांपना शुरू हो रही है, संतों से विनती है की मैं जीवन के शेष हिस्से में सतगुरु माता जी और मिशन की सेवा जारी रख सकूं।
मुझ पर आरोपित कुछ गलतफहमियां पैदा हो रही हैं मगर सतगुरु माता जी में मेरा विश्वास पूर्ण और कायम है। और इसके लिए मैं संतों का आशीर्वाद प्राप्त करता हूँ।......
....................
सत्यार्थी जी ने कहा 
मेरा मानना है की बाबा हरदेव सिंह जी महाराज का नश्वर जीवन एक दुर्घटना में समाप्त हो गया। ये सही हैं कि ये भगवान् की इच्छा के अनुसार ही था। और वह अपनी यात्रा पूरी करने के बाद अपने अनंत में विलीन हो गए।
अब यह मेरी इच्छा है की मैं वर्तमान सतगुरु में और अधिक विश्वास रखता हुआ जिंदगी के पलों की खुशियाँ और आनंद बटोर सकूं।
मैं दृढ़ विश्वास से कहता हूँ की आज माता सतगुरु हैं।.......
...........
आप खुद को सत्य का पुजारी कहते हो।सत्यार्थी जी के मुख में अपना ये झूठ भरते लाज न आई होगी।
तुम महारथी सत्य के मिशन के नुमाइन्दे हो या किसी राजनैतिक पार्टी के मदारी।
साध संगत ये बयान पढ़ेगी और एक बार फिर  सत्यार्थी जी चड्ढा जी और अवनीत की माँ के ऑडियो बयान सुनेगी।
फिर फैसला करेगी कि साध संगत के पवित्र चरणों में मैं सत्य पहुंचा रहा हूँ या मिशन के ये महारथी।
और फिर साध संगत के आशीर्वाद से तुम  सब महारथियों का महाभारत में एक एक करके मुकाबला करूंगा आखिरी सांस तक। ये सतगुरु बाबा हरदेव सिंह के दीवाने की अटल प्रतिज्ञा है।
जय गुरु हरदेव
साध संगत का दीवाना पागल सेवक
अनुराग तन्हा 09818527307


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5 मार्च 2013, पूज्य राजमाता की रहस्यमय भविष्यवाणी,
समझने वाले संत महापुरुष सब जान रहे हैं कि यह आज सच साबित हो रही है. क्या माया के इस जाल से हम बच पायेंगे और सतगुरु बाबा हरदेव सिंह और उसकी साध संगत के प्रति वफादार रह पायेंगे  ?...



जय गुरु हरदेव
साध संगत का दीवाना पागल सेवक
अनुराग तन्हा 09818527307
. . . . . आगे अभी और


 

Comments

  1. Sad Sangat sune padhe aur faisla kare

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    1. Dhan niranakr ji
      Can't believe it .
      Don't mind take it easy साधसंगत आपजी के साथ है

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    2. Dhan niranakr ji
      Can't believe it .
      Don't mind take it easy साधसंगत आपजी के साथ है

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    3. १ तू ही निरंकार ( २९८ )

      अज्ञानी और ज्ञानी दोनों दिखने में तो एक समान।
      अज्ञानी नहीं प्रभु को जाने पर ज्ञानी को है पहचान।
      अंतर अपना झट बतलायें अपना बोल सुनाने से।
      बगुला हँस पहचाना जायें अपना कर्म कमाने से।
      एक प्रभु को न पहचाने एक प्रभु में करता वास।
      कहे 'अवतार ' मै तन मन वारुं जो है मेरे प्रभु का दास।

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  2. This comment has been removed by the author.

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    1. Mata ji ap par kirpa kre.... Sant ji ap samjdar bano kya kar rhe ho... Ap... (8591791207)

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  3. Yes... I too wanted to know the real facts . It requires a great courage .....it is a killing , being follower of Mission since last 50 years , i also want to know the real facts. If this continues then we have to think seriously. Gyan pucca hai....par logo par doubt ho raha hai....case must be reopen.....

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    1. It is very same full for us no any body is not ready open his why all the saint has setup their mouth ...JINHONO BABA JI KE SATH ITNA GHATIYA KAM KIYA OR SAB KO HI MALUM TO FIR KOI BHI APNA MUH KYAON NAHI KHOL RAHA VAISE TO HUM BABA JI KE PICHE KITNE BHAGTE THEKYA SIRAF ANURAG TANHA KE ILAVA KISI ME BHI HIMAT NAHI HAI KYA HUM SIRAF APNI ICHAIYAN KE LIYE BABA JI KE PICHE BHAGTE THE KYA KISI ME KOI HIMATA NAHI HAI TO FIR HAMARA GURU KE LIYE YE TYAG HAIHUM KAISE GURU KE BHAGAT HAI..SOCHNE VALI BAT HAI SARE KE SARE SABUT SAMNE HAI....


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  4. Dear All Sants, Woh sach ko samne la rahe hai, unhe unki duty karne do. Aap sab kyu pareshan ho rahe ho, Agar aap sath nhi de sakte to please aap unke duty par kuch galat mat bolo. Agar apko is nirankar par believe hai to please ardas karo, Jo sach hai woh jaldi hi samne aayega or aap sabko pata chal jayega. Please patience & let see.

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  6. Sach ka darbar he to sachai to samne aani hi chyhe. Baba ji sab samne layenge .

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  7. ये अगर सत्य का मिशन है तो जबरदस्ती साध संगत के सामने झूठ क्यो परोसा गया। अगर बाबा जी के बाद भी ये मिशन सत्य का होता तो आज शायद ये दिन न देखना पड़ता। लगता है शायद अब सारी साध संगत को मिलकर बाबाजी जी का केस दोबारा शुरु करवाना चाहिए। इससे ही सच्चे गुरसिख के रूप में अपने आपको स्थापित कर सकते है। वरना तो संसार मे क्या थोड़ी आग लगी पड़ी है। जो हमारा प्यारा मिशन । यह सुनकर बहुत ज्यादा अफसोस हुआ। कि समता जी ने केवल धोखाधड़ी की ही एफ आई आर लिखवाई। जबकि यहां पर बाबाजी का केस दोबारा खुलना चाहिए था।

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    1. sant ji dhan nirankar ji apka shaq jayaj hai mgr aap satguru par shak kar rhe hain lekin jo satguru ne nirankar btaya agr jeh sahi nahi hai toh aap plz call jarror krna mje 09906025647 haan agr apko lgta hai ki nirankar jo dikhaya gya satguru dwara sahi hai toh plz satguru par vishwaas bnaye rakhein dhan nirankar ji

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    2. १ तू ही निरंकार ( १४ )

      निरंकार प्रभु है एक ही केवल सत्य है केवल इसका नाम।
      यही है कर्ता धर्ता जग का सारी रचना इसका काम।
      जन्म मरण में कभी न आये कायम है जो अपने आप।
      पुरे गुरु से मांग के रहमत केवल इसका करले जाप।
      सदा सत्य और पावन है यह पहले था और अब भी।
      कहे 'अवतार ' एक ही सत्य है कल भी रहेगा अब भी।

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  8. It was an accident, this conspiracy stuff is just silly and I’m a conspiracy nut. When a car is rolled people often fall out if they are not wearing belts. The front cell of the car looked intact and they were wearing belts that’s why thy weren’t harmed.

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  9. १ तू ही निरंकार ( ३ )

    सत्य की पूजा मेरा वन्दन और सत्य का सत्य विचार।
    सत्य ही बरतूं सत्य ही बांटू सत्य ही मेरा कारोबार।
    सत्य ने मुझको सत्य दिखाया सत्य से बाँधी जीवन तार।
    सच्ची नींव पर सत्य ऊसारुं और सत्य का करूँ प्रचार।
    रोम रोम में साँच समाया यह सच्चा हैं प्राणाधार।
    सच है सागर लहर और नौका और सच की ही पतवार।
    सत्य डगरिया सच की पूँजी सच्ची हट्टी सच व्यापार।
    यह सत्य ही सत्य है केवल घट घट बैठा जो निरंकार।
    'बूटा सिंह ' ने सच बताया करके कृपा अपरम्पार।
    'अवतार ' गुरु के चरणों पर मैं बार-बार जाऊँ बलिहार।

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  11. Nirankar nahi nirakar har har mahadev

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